छोटे से कद का लम्बा मीठा शहतूत तासीर में ठंडा और शक्ति वर्धक अनके गुणों से भरपूर प्राकृतिक फल गर्मी के दिनों में ही अधिक होता है, शहतूत दो प्रकार के होते हैं, एक तो मोटे और बड़े आकार के दूसरे छोटे। इन के दो ही रंग होते हैं सफेद और काले परन्तु इनके गुणों में कोई अंतर नहीं होता।
गाँव में इनकी पैदावार अधिक होती है शहतूत के बाग तो नहीं होते, न हीं इनकी फसल बोई जाती है। इसके वृक्ष अपने आप ही प्राकृतिक रूप से पैदा होते हैं और प्रकृति के सहारे ही फलते हैं। शहतूत के फल को बेचने वाले तो कम ही लोग मिलते हैं अधिकतर तो नष्ट ही हो जाते हैं।
शहतूत एक स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर फल है, जो सफेद, लाल और काले रंग में पाया जाता है। यह मुख्य रूप से गर्मियों में पाया जाता है और इसके पेड़ को आयुर्वेद में भी विशेष स्थान प्राप्त है।
इसकी पैदावार गर्मी के दिनों में ही होती है जो गर्मी को ही मारती है। इन रोगों में शहतूत लाभदायक है।
गर्मी से बचाए- गर्मी और लू के प्रकोप से बचने के लिये शहतूत खूब खाएं अथवा शहतूत का शर्बत भी पीते रहें, इस से लू से बचा रहता है।
गठिया रोग-गठिया रोग में इन्सान के जोड़ों में दर्द रहता है ऐसे रोगियों को दिल खोलकर शहतूत का सेवन करना चाहिए।
प्यास बुझाएं ठंडक पहुंचाए- गर्मी के दिनों में जब तू चलती है तो आदमी को हैजा होने का डर हो तो इसका कारण है कि तू में प्यास अधिक लगती है आदमी बार-बार पानी पीते हैं। कच्चा पानी यदि अधिक पिया जाएगा तो हैज़ा तो होगा ही ऐसे अवसर शहतूत का सेवन करे ताकि आपकी प्यास बुझ सके ।
गले की खराबी तथा जुकाम- गले की खराबी और जुकाम जैसे रोगों में शहतूत का सेवन करना बहुत लाभदायक है इससे गता साफ होता है सांस की नलियां साफ हो जाती है, बलगम सड़ जाती है।
पीला पेशाब तथा पीलिया रोग- पीलिया रोग में अक्सर पेशाब भी पीला ही आता है। इसलिये आपको शहतूत का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए।
मुंह के छाले- बहुत से लोगों को मुंह के छाले निकलने का रोग लग जाता है इन्हें शहतूत का शर्बत पीना चाहिए तथा शहतूत खाने चाहिए।
कैलोरी: 43 kcal
फाइबर: 1.7g
विटामिन C: 36.4 mg
आयरन: 1.85 mg
विटामिन K: 7.8 µg
पोटेशियम: 194 mg
कैल्शियम: 39 mg
✅ प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाए – इसमें विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं।
✅ रक्त साफ करता है – यह खून की सफाई में मदद करता है और त्वचा को निखारता है।
✅ पाचन तंत्र को मजबूत करे – रेशा (फाइबर) पाचन में सहायक होता है।
✅ हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक – आयरन से भरपूर होने के कारण।
✅ डायबिटीज में उपयोगी – ब्लड शुगर नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है।
✅ हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद – कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है।
✅ नेत्रज्योति को तेज करे – इसमें विटामिन A होता है जो आंखों के लिए अच्छा है।
शहतूत का रस: रोजाना 1 गिलास पीना प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाता है।
शहतूत का चूर्ण: सूखे शहतूत को पीसकर चूर्ण बना लें, 1 चम्मच रोज सेवन करें।
त्वचा पर लेप: इसका पेस्ट चेहरे पर लगाने से ग्लो आता है।
अधिक मात्रा में सेवन करने पर दस्त हो सकते हैं।
डायबिटीज के मरीज डॉक्टर की सलाह से ही लें।
आयुर्वेद में शहतूत को "वात-पित्त शांत करने वाला", "रक्त शोधक" और "रसायन" माना गया है। यह शरीर को ठंडक देता है और गर्मियों में विशेष रूप से लाभदायक होता है।
At AyurvediyaUpchar, we are dedicated to bringing you the ancient wisdom of Ayurveda to support your journey toward holistic well-being. Our carefully crafted treatments, products, and resources are designed to balance mind, body, and spirit for a healthier, more harmonious life. Explore our range of services and products inspired by centuries-old traditions for natural healing and wellness.
आयुर्वेदीय उपचार में, हम आपको आयुर्वेद के प्राचीन ज्ञान को समग्र कल्याण की ओर आपकी यात्रा में सहायता करने के लिए समर्पित हैं। हमारे सावधानीपूर्वक तैयार किए गए उपचार, उत्पाद और संसाधन स्वस्थ, अधिक सामंजस्यपूर्ण जीवन के लिए मन, शरीर और आत्मा को संतुलित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। प्राकृतिक उपचार और कल्याण के लिए सदियों पुरानी परंपराओं से प्रेरित हमारी सेवाओं और उत्पादों की श्रृंखला का अन्वेषण करें।