Heat-cause and treatment ग्रीष्म ऋतू में जो भीषण गर्म हवाओं के झोंके चलते हैं उन्हें हम बोलचाल की भाषा में “लू “ कहते हैं | ग्रीष्म ऋतू के प्रारम्भ में दिनभर धूल भारिटेज़ हवाएं चलने लगती हैं ये गर्म हवाएं अधिक तीव्र होने के कारण धरती की स्निग्धता का शोषण कर लेती हैं जिसके कारन मानव, जीव-जंतु तथा पेड़ पौधों में जलीयांश मैं कमी आ जाती है जिसके फलस्वरुप समस्त दुनिया को परेशानी का सामना करना पडता है |
लू की जलन से प्राणी बेचैन, व्याकुल और कमजोर हो जाता है | अत्यंत धूप में अधिक समय व्यतीत करने से त्वचा मुरझा जाती है और उसमे समय से पहले झुर्रियां नज़र आने लगती है एवं इससे आँखों को भी नुकसान पहुँचता है | इस मौसम मौसम में अधिक मात्रा में पसीना निकलता है कारण शरीर में जल सोडियम तत्व में कमी आ जाती है | पसीने के माध्यम से शरीर आवश्यक तत्वों को बहार निष्काषित कर देने के कारण रक्त लवण के अनुपात में कमी आ जाती है जिससे शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है और और ब्लड सर्कुलेशन में कमी के कारण ब्लड प्रेसर में कमी आने लगती है |
लू लगने की दशा में मरीज का मुख लाल हो जाता है | अत्यधिक तेज़ सर दर्द होता है बुखार 104 से 107 फ़ारेनहाइट तक पहुंच जाता है ,त्वचा हाथ पैरों तथा आँखों में जलन ,मुख सूखना ,प्यास अधिक लगना ,भूख में कमी ,चक्कर ,शरीर में कमजोरी ,पानी की कमी और खून के संचार में भी कमी आ जाती है |
सावधानी एवं उपचार
(1)- घर से बाहर निकलने से पहले उचित मात्रा मई पानी पीना चाहिए ,जहा तक हो सके गर्मी के मौसम में जब तेज़ हवा के झोंके चल रहे हो उस वक़्त बाहर नहीं निकलना चाहिए |
(2 )- लू से बचने के लिए गर्मियों की शुरुआत के साथ ही भोजन में उचित कमी कर लेना चाहिए |
(3 )- बाहर निकलते समय प्याज की गाँठ को साथ में ज़रूर रखे क्योकि प्याज के से लू का प्रभाव शरीर में नहीं होता है |
(4 )- बाहर जाते समय तौलियो या गमछे से शरीर को विशेषकर सिर को ढके |
(5 )- किसी को लू लग जाये तो प्याज रस के सेवन से जल्दी लाभ मिलता है |
(6 )- लू लगने वाले मरीज को इमली या उबले हुए कच्चे आम का पना (शरबत ) का सेवन करना हितकारी है |
(7 )- लू लगने पर पोदीने का शरबत पीना चाहिए इसके साथ अन्नानास का रस पीने से भी फायदा मिलता है |
(8 )- सूखे आंवला 50 ग्राम लेकर एक मिटटी के पात्र में पानी के साथ डाल दे हुए और उसे 4 घंटे के लिए रख दे , 4 घंटे पश्चात् उसका सेवन करने से प्यास की अधिकता समाप्त होती है |
(9 )- गर्मी के मौसम में दूध पीने वाले बच्चे को दस्त लगने पर आवले के पानी का सेवन कराने से फायदा मिलता है |
(10 )- तरबूज़ के गूदे के रस में थोड़ी सी मिश्री मिला कर सुबह सेवन करने से जल्दी प्यास लगने की शिकायत कम होती है |
(11 )- नारियल के जल का सेवन करने से लू में फायदा मिलता है |
(12 )- मेहँदी के पत्तो को पीसकर पैर के तलवे में लेप करने से लू में आराम मिलता है |
(13 )- इमली के बीज को पीसकर उसे पानी में घोलकर कपडे से छान लें,इस पानी में शक़्कर मिलाकर पीने से लू का शमन होता है |
(14 )- भुना हुआ आम और प्याज पीसकर लेप करना लाभदायक सिद्ध होता है |
(15 )- धनिया को पानी में भिगोकर रखें फिर उसे तरह मसलकर तथा छानकर उसमे थोड़ी सी शक़्कर मिलाकर पीने से गर्मियों में लगी लू से राहत मिलती है |
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