रोगो के उपचार की अपेक्षा रोगों से बचना अधिक श्रेयष्कर कर है | यदि हम प्रयत्न करें और स्वास्थ्य सम्बन्धी कुछ आवश्यक नियमों की जानकारी प्राप्त कर के उनका नियमपूर्वक पालन करें तो अनेक रोगों से बचकर प्रायः जीवनपर्यन्त स्वस्थ रह सकते हैं |
सर्वप्रथम यह जानना आवश्यक है की स्वस्थ कौन है ? वास्तव में मनुष्य के स्वस्थ रहने का अर्थ यह है की उसके शरीर के सभी अंग पूर्ण और अपने -अपने कार्य का निर्वाह करने में समर्थ हों | शरीर न अधिक स्थूल हो और न अधिक दुर्बल तथा मन तथा मष्तिष्क पर पूर्ण अधिकार हो | स्वस्थ रहने के लिए शरीर और मन दोनों का स्वस्थ रहना अनिवार्य है | यदि आपका शरीर स्वस्थ एवं हस्टपुष्ट है किन्तु मन दुर्बल ,अस्वस्थ एवं रोगी है तो ऐसी शारीरिक स्वस्थता किसी भी कार्य के लिए उपयोगी नहीं है | मन की प्रेरणा से ही शरीर को कार्य करने की प्रेरणा मिलती है | अस्वस्थ मन द्वारा किया गया कार्य कभी भी सुचारु रूप से पूर्ण नहीं हो सकता | यदि इसी प्रकार मन स्वस्थ है और शरीर दुर्बल तो मन द्वारा प्रेरित कार्य को शरीर की दुर्बलता निष्क्रिय बना देगी | अतः पूर्ण स्वास्थ्य के लिए तन और मन दोनों का स्वस्थ होना अत्यावश्यक है |
स्वास्थ्य की रक्षा - मानव-शरीर,ईश्वर द्वारा निर्मित एक ऐसा जटिल तथा स्वचालित यंत्र है जिसमे एक ही समय में विभिन्न अंग विभिन्न कार्यों का सम्पादन करते हैं | यदि हम इस यंत्र के रख रखाव पर ध्यान नहीं देंगे तो क्या होगा ? इसकी कार्यक्षमता व्यतीत होते हर क्षण के साथ कम होती जायेगी,हमारा स्वास्थ्य हमसे छिन जाएगा और शरीर रोगालय बन कर रह जायेगा | अतः आवश्यक है की हम इसे सही ढंग से कार्य करने की स्थिति में रखने के लिए प्रयत्न करें |
निरोग एवं स्वस्थ रहने के लिए निम्नलिखित नियमों का पालन करना चाहिए -
सामर्थ्यानुसार व्यायाम करें |
भरपूर निंद्रा लें तथा आराम करें |
सामयिक वस्त्रों को धारण करें |
उठने बैठने की उचित मुद्रा अपनाएं |
शरीर को साफ़ और स्वच्छ रखें |
यथोचित मात्रा में पौष्टिक भोजन ग्रहण करें |
तनावमुक्त रहें |
शरीर की मालिश नियमित करें |
सप्ताह में एक बार उपवास अवश्य करें |
स्वस्थ जीवन के कुछ प्रमुख सूत्र -
स्वास्थ्य एवं व्यायाम
व्यायाम करने से पूर्व किन बातों का ध्यान रखें ?
व्यायाम की विधि कैसी होना चाहिए ?
आहार कैसा हो एवं आहार-सम्बन्धी कुछ आवश्यक नियम |
स्वच्छता एवं स्वास्थ्य
विश्राम एवं स्वास्थ्य
चिंता एवं स्वास्थ्य
शारीरिक मुद्राएं एवं स्वास्थ
खड़े होने की सही मुद्रा
बैठने की सही मुद्रा
विश्राम करने की सही मुद्रा
दुर्व्यसन एवं स्वास्थ्य
उपवास एवं स्वास्थ्य
इन सभी सूत्रों का पालन अगर आप नियमित रूप से करेंगे तो स्वस्थ होने से आपको कोई नहीं रोक सकता |
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